अक्सर परिवार में खराब रिश्ते के कारण व्यक्ति असुरक्षित हो जाता है। यदि किसी बच्चे ने बचपन से बहुत अधिक नकारात्मकता सुनी है, तो परिपक्व होकर वह असुरक्षित हो जाएगा। ऐसे व्यक्ति को सहारे और मदद की जरूरत होती है।
अनुदेश
चरण 1
चिंतित होना। आप जो भी कर सकते हैं उसमें व्यक्ति की मदद करें। बेशक, आपको उसके लिए सारे काम नहीं करने चाहिए, हालांकि, अगर किसी व्यक्ति को मुश्किलें आती हैं, तो उसे बताएं कि आप हमेशा उसकी मदद करेंगे।
चरण दो
उस व्यक्ति को उन लोगों के बारे में बताएं जो उससे प्यार करते हैं। उसके लिए जरूरी है कि वह जरूरत महसूस करे और प्यार करे। उसे याद दिलाएं कि मानव जीवन कितना महत्वपूर्ण है। इंसानियत को बचाने के लिए कितने लोग अस्पतालों, पुलिस थानों, दमकल विभागों में काम करते हैं। युद्ध में कितने लोग मारे गए और शांतिपूर्ण आकाश के लिए लड़ते हुए मरते रहे। यहाँ तक कि परमेश्वर ने भी पुत्र को केवल इसलिए कष्ट सहने दिया क्योंकि वह लोगों से प्रेम करता है। मानव जीवन को बहुत अधिक महत्व दिया जाता है, इसलिए आपको अपने बारे में नकारात्मक दृष्टि से नहीं सोचना चाहिए।
चरण 3
व्यक्ति को जरूरत महसूस होने दें। उसे एक साथ पाई बेक करने की पेशकश करें और एक दोस्त को उसकी दादी के पास ले जाएं। अनावश्यक चीजें और खिलौने इकट्ठा करें और उन्हें अनाथालय में ले जाएं। आप अपनी परिस्थितियों के बारे में सोच सकते हैं। दुनिया को भी प्यार और निस्वार्थ मदद की जरूरत है। बहुत सारे हताश अकेले लोग और विकलांग लोग हैं। व्यक्ति को जरूरत महसूस होने दें, किसी की मदद करने में सक्षम हों। ऐसा करने से उसका आत्म-सम्मान बढ़ेगा और उसे अन्य लोगों के लिए उपयोगी महसूस करने में मदद मिलेगी।